Hindi – बुरांशKannada-बिली (Billi)English – रोज ट्री (Ros- tree), ट्री रोडोडैन्ड्रोन (Tree rhododendron)Sanskrit – वरांश, हिम वरांशKashmir – कामरी (Kamri), छन्न (Chhan), छिहु (Chiu)Tamil – एलिंगी वेल्लामरम (Alingi vellimaram)Punjabi – अरदावल (Ardawal), मण्डल (Mandal), छिउ (Chiu), अरू (Aru)
Buransh: बुरांश के फायदे, लाभ, उपयोग- Tikeshwar rajnire (knowledge)
बुरांश एक उपयोगी जड़ी-बूटी है। बुरांश के औषधीय गुण (buransh juice benefits) के कारण इसका इस्तेमाल रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। आप सिर दर्द, सांसों से जुड़े रोग और दाद-खाज-खुजली आदि में बुरांश के फायदे ले सकते हैं। इसके अलावा अन्य कई बीमारियों में भी बुरांश के इस्तेमाल से लाभ मिलता है।
आयुर्वेद में बुरांसल (buransh) के बारे में कई अच्छी बातें बताई गई हैं। यहां बुरांश के फायदे के बारे में पूरी जानकारी दी जा गई है। आइए जानते हैं कि आप किस-किस बीमारी में बुरांश (buransh squash) से लाभ ले सकते हैं।
बुरांश क्या है? (What is Buransh in Hindi?)
बुरांश (buransh) एक लाल रंग का फूल है जो उत्तरांखड राज्य का राष्ट्रीय वृक्ष है। बुरांश का फूल नेपाल का राष्ट्रीय फूल भी है। इसके फूलों का इस्तेमाल दवाई बनाने के लिए किया जाता है। हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों में इसके फूलों (buranshh flower) से शर्बत भी बनाया जाता है। जब गर्मी का मौसम आता है तो बुरांश के वृक्ष (buransh tree) में फूल आते हैं। बुरांश की दो प्रजातियों का प्रयोग चिकित्सा के लिए किया जाता है, जो ये हैंः-
1.Rhododendron arboreum Sm.
बुरांश का यह वृक्ष लगभग 10 मीटर (buransh tree) ऊंचा होता है। यह हमेशा हरा रहता है। इसके पत्ते शाखाओं के छोड़ पर गुच्छों में होते हैं। पत्ते 5-15 सेमी लम्बे, चमड़े के रंग के होते हैं। इसके फूल (buransh flower) मखमली और लाल रंग के होते हैं।
2.Rhododendron campanulatum D. Don (मदगन्धा वरांश)
यह पौधा लगभग 1-4.5 मीटर ऊंचा और झाड़ीदार वृक्ष (buransh tree) होता है। यह भी हमेशा हरा रहता है। यह हिमालय और कश्मीर के उच्च पर्वतीय शिखरों में पाया जाता है। इसके पत्ते चमकीले और चिकने होते हैं। इसके फूल सफेद और गुलाबी रंग के होते हैं। इसकी फूल की कलियां पशुओं के लिए जहरीली होती हैं।
अन्य भाषाओं में बुरांश के नाम (Name of Buransh in Different Languages)
बुरांश का वानस्पतिक नाम वानस्पतिक नाम रोडोडैन्ड्रोन अरबोरियम (Rhododendron arboreum Sm.),है, और यह इरीकेसी (Ericaceae) कुल का है। इसके अन्य नाम ये हैंः-
Buransh in-
- Hindi – बुरांश
- Kannada-बिली (Billi)
- English – रोज ट्री (Ros- tree), ट्री रोडोडैन्ड्रोन (Tree rhododendron)
- Sanskrit – वरांश, हिम वरांश
- Kashmir – कामरी (Kamri), छन्न (Chhan), छिहु (Chiu)
- Tamil – एलिंगी वेल्लामरम (Alingi vellimaram)
- Punjabi – अरदावल (Ardawal), मण्डल (Mandal), छिउ (Chiu), अरू (Aru)
- Bengali– बरास (Baras)
- Nepali – भोरांश (Bhorans), गुरांश (Guras), लाली गुरांश (Lali gurans)
- Meghalaya – तिन–शॉ (Tin- saw)
बुरांश के फायदे और उपयोग (Buransh Benefits and Uses in Hindi)
अब तक आपने जाना कि बुरांश (buransh) क्या है, और बुरांश को कितने नामों से जाना जाता है। आइए जानते हैं कि बुरांश का औषधीय प्रयोग कैसे कर सकते हैं। बुरांश से इलाज करते समय प्रयोग की मात्रा क्या होनी चाहिए और इसकी विधियां क्या हैंः-
सिर दर्द में बुरांश के फायदे (Buransh Juice Benefits in Relieve from Headache in Hindi)
- कई लोगों को प्रायः सिर दर्द की शिकायत रहती है। ऐसे में बार-बार एलोपैथिक दवाओं से नुकसान पहुंच सकता है। आप सिर दर्द से राहत पाने के लिए बुरांश का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए बुरांश के पत्तों को पीसकर सिर पर लगाएँ। इससे सिर दर्द से आराम मिलता है।
- इसके साथ ही बुरांश के पत्ते का चूर्ण बनाकर नाक के रास्ते से लेने पर भी सिर दर्द से राहत मिलती है।
सांसों के रोग में बुरांश के सेवन से लाभ (Buransh Juice Uses in Fighting with Respiratory Disease in Hindi)
- सांसों से संबंधित बीमारी में भी बुरांश का उपयोग करना लाभ पहुंचाता है। इसके सूखे पत्तों को तम्बाकू के साथ मिलाएं, और इससे धुएं की सांस लें। इससे श्वसनतंत्र संबंधित विकार में लाभ होता है।
- बुरांश (karanthai flower) के पत्ते का चूर्ण बनाकर नाक से लेने से भी सांसों के रोग में लाभ होता है।
दाद में बुरांश के औषधीय गुण से लाभ (Buransh Squash Benefits for Ringworm Treatment in Hindi)
आप दाद में भी बुरांश (karanthai flower) के फायदे ले सकते हैं। इसके लिए बुरांश के नए पत्तों को पीस लें। इसे दाद पर लगाएं। दाद में फायदा होता है।
शरीर की जलन में बुरांश के फायदे (Benefits of Buransh Juice for Body Irritation in Hindi)
बहुत सारे लोगों को शरीर में जलन होती रहती है। इस बीमारी में भी बुरांश के औषधीय गुण से लाभ मिलता है। बुरांश (karanthai flower) के फूलों का शर्बत (rhododendron juice) बनाकर पीने से पूरे शरीर में होने वाली जलन शांत हो जाती है।
बुरांस के औषधीय गुण से गठिया का इलाज (Buransh Tree Benefits to Treat Arthritis in Hindi)
जोड़ों में दर्द या गठिया रोग में बुरांस (rhododendron0 का औषधीय गुण लाभ दिलाता है। बुरांस के पत्तों को पीसकर जोड़ों पर लगाएं। इससे जोड़ों के दर्द और सूजन में लाभ होता है।
खांसी में बुरांश के सेवन से लाभ (Benefits of Burhans Tree in Fighting with Cough in Hindi)
- खांसी के इलाज में बुरांस के औषधीय गुण से फायदा होता है। खांसी हो तो बुरांश (thazhambu flower) के पत्ते का चूर्ण बना लें। इसे नाक से लें। इससे खांसी ठीक हो जाती है।
- बुरांस के सूखे पत्तों को तम्बाकू के साथ मिलाकर धूम्रपान करने से भी खांसी की बीमारी में लाभ होता है।
ह्रदय रोग में बुरांश के सेवन से लाभ (Buransh Tree Benefits for Heart Related Disease in Hindi)
बुरांश में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्त्व हृदय के लिए भी फायदेमंद होते हैं। इसके फूल (फूल से निकलने वाला सार भी) के उपयोग से ह्रदय रोग में लाभ होता है। बेहतर इस्तेमाल के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर मिलें।
किडनी और लीवर विकार में बुरांश के औषधीय गुण से फायदा (Benefit of Buransh Tree for Liver and Kidney Disorder in Hindi)
किडनी और लीवर विकार में भी बुरांश के सेवन से फायदा होता है। बुरांश डाईयूरेटिक (पेशाब लाने वाल) औषधि है।इसकी छाल में लीवर को स्वास्थ्य रखने के भी गुण पाए जाते हैं।
हड्डियों के दर्द की आयुर्वेदिक दवा है बुरांश (Buransh Flower Juice Benefits for Bone Pain in Hindi)
हड्डियों में दर्द हो तो बुरांश के औषधीय गुण से फायदा होता है। इसके फूलों में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूती देता है।
एनीमिया में बुरांश के फायदे (Benefit of Buransh to Treat Anemia in Hindi)
एनीमिया से ग्रस्त हैं तो बुरांस से एनीमिया का इलाज कर सकते हैं। बुरांश के फूलों में मौजूद आयरन खून की कमी को दूर करने में भी मदद करता है।
डायबिटीज (मधुमेह) को नियंत्रित करने की आयुर्वेदिक दवा है बुरांश (Buransh Uses to Controlling Diabetes in Hindi)
बुरांश का सेवन करने से डायबिटीज (मधुमेह) को नियंत्रित कर सकते हैं। एक रिसर्च के अनुसार, बुरांश में एन्टी हिपेरग्लिसेमिक का गुण पाया जाता है जिससे ब्लड में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है।
शारीरिक कमजोरी में बुरांश के सेवन से लाभ (Benefit of Buransh to Treat Body Weakness in Hindi)
बुरांश स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। यह पोषक तत्वों से भरा होता है। इसमें एंटी माइक्रोबियल गुण भी पाया जाता है जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, जिंक कॉपर आदि जैसे पोषक तत्त्व पाए जाते हैं। इससे शरीर की कमजोरी दूर होती है।
बुरांश के उपयोगी भाग (Useful Parts of Buransh in Hindi)
बुरांश (thazhambu flower) का प्रयोग इस तरह से किया जा सकता हैः-
- बुरांश का फूल (burans flower)
- बुराश के पत्ते
बुरांश का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Buransh in Hindi?)
आप खुद से बुरांस का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करें। एक औषधि के रूप में बुरांश के जूस (buransh juice or rhododendron juice) या अन्य किसी तरह से बुरांश का इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर ले लें।
बुरांश कहां पाया या उगाया जाता है? (Where is Buransh Found or Grown in Hindi?)
भारत में कई स्थानों पर बुरांश (thazhambu flower) के पौधे पाए जाते है। यह भारत में हिमालयी क्षेत्रों में 2500 मीटर की ऊंचाई तक पाया जाता है। नेपाल में इसकी कई प्रजातियां पाई जाती हैं।
टिप्पणियाँ