English –हिमालयन रुहबर्व (Himalayan rhubarb) तथा इण्डियन रुहबर्व (Indian rhubarb)Arabic – रेचीनी (Revandchini), रेवन्दहिन्दी (Revandhindi)Persian – तुर्सक (Tursak), रावन्दे हिन्दी (Ravande hindi), बिखरेवस (Bikhrewas)Sanskrit – पीतमूला, अम्लपर्णी, गंधिनी, रेवंदचीनी, रेवंदचीनीHindi (rhubarb meaning in hindi) –रेवंदचीनी, डोलू, अर्चाUrdu – रेवन्दचीनी (Revandchini);Kannada (rhubarb in kannada) – नट-रेवाचिनी (Nat revachini), रेवल चीनी (Reval chini);Gujarati – गामिनी रेवनचीनी (Gamini revanchini), लड़कीरेवन्दचीनी (Ladki Revand-chini);


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Revand Chini: बेहद गुणकारी है रेवंदचीनी- Tikeshwar rajnire  (knowledge)

क्या आप जानते हैं कि रेवंदचीनी (revandchini) क्या है, और रेवंदचीनी के फायदे क्या-क्या हैं? रेवंदचीनी को रेवतिका भी कहते हैं। यह एक जड़ी-बूटी है। आप रेवंदचीनी से लाभ लेकर अनेक रोगों का इलाज कर सकते हैं। पेट की गड़बड़ी हो या पाचनतंत्र से सम्बन्धित अन्य रोग। सभी में आप रेवंदचीनी के फायदे (revand chini ke fayde) ले सकते हैं।

 

Revandchini benefits

आयुर्वेद के अनुसार. रेवतिका (रेवंदचीनी) तेज सिर दर्द (Blister), रक्त विकार, दस्त (Diarrhoea), डायबिटीज (Diabetes) आदि में लाभ पहुंचाता है। भूख न लगना, पाचन धीमा होना, पेशाब में जलन, गांठ, घाव, इत्यादि रोग में भी रेवतिका (रेवंदचीनी) से लाभ ले सकते हैं। आइए रेवंदचीनी से होने वाले सभी लाभ के बारे में जानते हैं।

 


रेवंदचीनी क्या है? (What is Rhubarb in Hindi?)

रेवातिका (rhubarb) स्वाद में कड़वी और तीखी होती है। इसकी तासीर ठंडी होती है। रेवंदचीनी एक पहाड़ी वनस्पति है, जिसकी जड़ चिकित्सा के लिए प्रयोग में लाई जाती है। रेवंदचीनी की जड़ सख्त लकड़ी जैसी और मोटी होती है। इसकी जड़ भूरे पीले रंग की होती है। जड़ का कोई निश्चित आकार नहीं होता है। रेवंदचीनी (indian rhubarb) हिमालयी वनों में पायी जाने वाली औषधि है। यहां आपके लिए बहुत ही आसान भाषा में (rhubarb in hindi) रेवंदचीनी के फायदे बताए गए हैं।

 

अन्य भाषाओं में रेवंदचीनी के नाम (Rhubarb Called in Different Languages)

रेवंदचीनी पॉलिगोनेसी (Polygonaceae) कुल का पौधा है। इसका वानस्पतिक (वैज्ञानिक) नाम रिअम् ऍस्ट्रेल (Rheum australe D.Don) है। वैज्ञानिक इसे Syn-Rheum emodi Wall. ex Meissn भी कहते हैं। रेवंदचीनी को अंग्रेजी में Rhubarb (रूहबर्ब) कहते हैं। इसे हिमालयन रुहबर्व (Himalayan rhubarb) तथा इण्डियन रुहबर्व (Indian rhubarb) जैसे नामों से भी जाना जाता है। आइये, जानते हैं कि हिंदी समेत अन्य भाषाओं में रेवंदचीनी के नाम क्या-क्या हैं: –

    Revandchini in –

  • English –हिमालयन रुहबर्व (Himalayan rhubarb) तथा इण्डियन रुहबर्व (Indian rhubarb)
  • Arabic – रेचीनी (Revandchini), रेवन्दहिन्दी (Revandhindi)
  • Persian – तुर्सक (Tursak), रावन्दे हिन्दी (Ravande hindi), बिखरेवस (Bikhrewas)
  • Sanskrit – पीतमूला, अम्लपर्णी, गंधिनी, रेवंदचीनी, रेवंदचीनी
  • Hindi (rhubarb meaning in hindi) –रेवंदचीनी, डोलू, अर्चा
  • Urdu – रेवन्दचीनी (Revandchini);
  • Kannada (rhubarb in kannada) – नट-रेवाचिनी (Nat revachini), रेवल चीनी (Reval chini);
  • Gujarati – गामिनी रेवनचीनी (Gamini revanchini), लड़कीरेवन्दचीनी (Ladki Revand-chini);
  • Telugu (rhubarb meaning in telugu) –नट्टू (Nattu), अरिवेल चीनी (Areval chini)  
  • Bengali – रेवन्दचीनी (Revandchini), बंगला रेवनचीनी (Bangla revanchini)
  • Nepali – अकसे चूक (Akse chuk), पदमचल (Padamchal)
  • Marathi (rhubarb in marathi) – मूलक (Mulak), चरवल चीनी (Charval chini), रेवन्द चीनी (Revand chini)
  • Punjabi – चूटियाल (Chutiyal)

 

 


रेवंदचीनी के फायदे और उपयोग (Revand Chini Benefits and Uses in Hindi)

रेवतिका (revanchini) का औषधीय प्रयोग, प्रयोग की मात्रा और तरीका ऐसी होनी चाहिएः-

 

दांतों के दर्द में रेवंदचीनी के फायदे (Benefits of Revand Chini to Get Relief from Dental Pain in Hindi)

  • अनेक लोगों को दांतों से जुड़ी कई तरह की परेशानियां होती हैं। दांतों में दर्द, मुंह से बदबू आना दांतों से जुड़ी आम बीमारी है। ऐसे में रेवंदचीनी का प्रयोग करना लाभ दिलाता है। दांतों के दर्द से जल्द राहत पाने के लिए रेवंदचीनी की जड़ को कूटकर चूर्ण (revand chini powder) बना लें। इस चूर्ण को दांतों पर मंजन की तरह मलने से दर्द दूर होता है।
  • इससे दांत-मुंह के अन्य रोग, दुर्गन्ध आदि से भी मुक्ति मिलती है।


Revanchini benefitsn in Dental pain

कब्ज की समस्या में रेवंदचीनी के फायदे (Revand chini Benefit in Fighting with Constipation in Hindi)

कब्ज से परेशान हैं तो रेवंदचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। 12-12 ग्राम की मात्रा में  घृतकुमारी (एलोवेरा) का गूदा, सनाय के पत्ते तथा शुण्ठी के चूर्ण लें। इसमें 6-6 ग्राम काला नमक और सेंधा नमक मिलाएं। इसमें 3-3 ग्राम की मात्रा में विडङ्ग तथा रेवंदचीनी का चूर्ण (revand chini powder) मिलाकर मिश्रण बनाएं। इस मिश्रण को 1-2 ग्राम लें और इसमें मधु मिलाकर सेवन करें। इससे कब्ज की परेशानी खत्म होती है।


बवासीर में रेवंदचीनी के औषधीय गुण के फायदे (Benefits of Revand chini in Piles in Hindi)

बवासीर के रोगी को यदि मल के साथ खून आता हो तो इसमें रेवंदचीनी से तुरंत राहत मिलती है। रेवंदचीनी की जड़ को पीसकर इसका लेप बवासीर के मस्सों पर लगाएं। इससे बवासीर का दर्द कम होता है। इससे खून आना बंद (revand chini ke fayde) भी हो जाता है।


योनि रोग में रेवंदचीनी के औषधीय गुण से लाभ (Revandchini Benefits in Vaginal Disease in Hindi)

  • रेवतिका का उपयोग योनि संबंधी कई बीमारियों को ठीक करने के लिए कर सकते हैं। योनि में खुजली होने पर रेवंदचीनी के चूर्ण (revand chini powder) को गेहूँ के आटा मिला लें। इस मिश्रण को जल में घोल कर हल्का गुनगुना कर लें। योनि में इसका लेप करने से खुजली की परेशानी ठीक होती है।
  • इससे योनि के ढीलेपन की समस्या और अन्य योनि के विकारों का भी नाश होता है।


 

Benefits of Revandchini in Vaginal Disease

घाव सुखाने में रेवंदचीनी का औषधीय गुण लाभदायक (Benefits of Revandchini in Healing Wound in Hindi)

घाव जल्दी नहीं ठीक हो रहा है तो आप रेवतिका का इस्तेममाल कर सकते हैं।  इसके लिए रेवातिका (revand chini benefits) की जड़ को पीसकर घाव पर लगाएं। ऐसा करने से घाव जल्दी भरता है।


बुखार को रोकने और कम करने में फायदेमंद रेवंदचीनी ( Benefits of Revandchini to Treat and Prevent Fever in Hindi)

रेवंद चीनी का प्रयोग बुखार को कम करने में किया जा सकता है क्योंकि एक रिसर्च के अनुसार रेवंद चीनी में बुखार को कम करने के गुण पाये जाते है इसलिए रेवंद चीनी का प्रयोग बुखार के लक्षणों को कम करने किया जाता है।  

आंत्र को शुद्ध करने का एजेंट या विशेष रूप से रेचक गुण वाला रेवंदचीनी (Revandchini Acts as a Laxative in Hindi)

रेवंद चीनी का प्रयोग आंत्र शुद्ध करने के लिए किया जा सकता है क्योंकि रेवंद चीनी में रेचक का गुण पाया जाता है जिस कारण जब रेवंद चीनी को ज्यादा मात्रा में लेते है तो ये आंत्र को शुद्ध करने में सहयोग देता है। 

रक्तस्राव रोकने में फायदेमंद रेवंदचीनी लाभकारी (Revandchini Beneficial in Bleeding in Hindi)

रक्तस्त्राव को रोकने में रेवंद चीनी का प्रयोग किया जा सकता है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार इसमें कषाय रस होता है जो कि रक्तस्त्राव को नियंत्रित करने मदद करता है। 

 

भूख बढ़ाने और पाचन तंत्र को बेहतर करने में फायदेमंद रेवंदचीनी (Revandchini Beneficial for Digestive System in Hindi)

रेवंद चीनी का प्रयोग लीवर को स्वस्थ बनाये रखने में किया जाता है जिससे ये पाचन शक्ति को बल देता है और भूख को भी बढ़ाता है। 

रेवंदचीनी के उपयोगी भाग (Useful Parts of Rhubarb in Hidi?)

रेवंदचीनी का केवल जड़ को औषधि के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। इसके जड़ के प्रयोग के विभिन्न तरीके ऊपर बताये जा चुके हैं।  

 

रेवंदचीनी का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Rhubarb?)

रेवंदचीनी (revandchini) एक अच्छी औषधि है, और यहां आपके लिए बहुत ही आसान भाषा में (rhubarb in hindi) रेवंदचीनी के फायदे बताए गए हैं, लेकिन इसका प्रयोग चिकित्सक के परामर्श के अनुसार ही करें।

 

रेवंदचीनी के नुकसान (Side effects of Rhubarb in Hindi)

रेवंदचीनी (indian rhubarb) का उपयोग चिकित्सक की सलाह से ही किया जाता है क्योंकि इसके प्रयोग से नुकसान होने या न होने का आंकलन चिकित्सक ही लगा पाते हैं। हालाँकि इसके प्रयोग ये नुकसान होने की संभावना रहती हैः-

  • पतला दस्त
  • पेट दर्द की शिकायत
  • महिलाओं में गर्भाशय का संकुचन

 

रेवंदचीनी कहां पाया या उगाया जाता है? (Where is Rhubarb Found and Grown in Hindi?)

भारत में रेवंदचीनी (revanchini) हिमालय के ऊँचाई वाले क्षेत्रों में पाया जाता है। यह कश्मीर, आसाम, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड एवं सिक्किम में लगभग 3350-3650 मीटर तक की ऊँचाई पर भी पाया जाता है।


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