Hindi (muskmelon in hindi) – खरबूज, खरबूजा, खर्बूजा, चिबुड Sanskrit – दशाङ्गुल, खर्बूजम्, मधुपाक, मधुफल षड्भुजा English (chibud fruit)- मेलन (Melon), मश मेलन (Mush melon), राक मेलन (Rock melon), मस्क मेलन (Musk melon)Urdu – खरबुजाह (Kharbujah)Kannada – षड़भुजा (Shadbhuja), कूडेमकयी (Kudemkayi)Gujarati – शकरातेती (Shakarateti), चीबडू (Chibdu)Telugu – खरबूज (Kharbuj), खरबुजादोसा (Kharbujadosa), पेड्डाकायी (Peddakai
Musk Melon: डॉक्टर से ज़्यादा उपयोगी है खरबूज –
खरबूजा (Muskmelon Fruit) अपनी मिठास एवं स्वाद के लिए बहुत लोकप्रिय है। खरबूज के बीजों की गिरी से मेवा बनाया जाता है जिसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की मिठाई में किया जाता है। आप भी खरबूजा का सेवन जरूर करते होंगे, लेकिन क्या आपको यह पता है कि खरबूजा के फायदे से रोगों का इलाज भी किया जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, खरबूजा में कैल्शियम, आयरन, विटामिन ए और विटामिन सी अधिक मात्रा में होता है। इन गुणों के कारण खरबूजा (chibud fruit) के सेवन से शरीर को बहुत लाभ मिलता है।
खरबूजा स्कर्वी जैसे रोगों से शरीर की रक्षा करता है। एक्जिमा, मूत्र विकार, सिरदर्द, चेहरे के दाग-धब्बे आदि में भी खरबूजा के फलों का रस (muskmelon juice benefits) लाभकारी होता है। आइए जानते हैं कि आप खरबूज का प्रयोग कैसे कर सकते हैं।
खरबूजा क्या है? (What is Musk Melon in Hindi?)
खरबूज, ककड़ी, फूट एक ही जाति के फल (chibud fruit) है। इन फलों को ताजा ही खाया जाता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में खरबूजा की कई उपजातियां मिलती हैं, किन्तु गुणों में विशेष अन्तर नहीं होता है। खरबूज कई रंगों में मिलता है, लेकिन सामान्यतः यह पकने पर हरा से पीला या नारंगी रंग का हो जाता है। इसके फल लम्बी लताओं में लगते हैं। इसकी लता पतली, जमीन पर फैलने वाली, तरबूज की बेल जैसी, और मोटी जड़ वाली होती है।
इसमें 90 प्रतिशत तक पानी होता है। इसलिए गर्मियों में खरबूजा का सेवन बहुत लाभ देता है। खरबूज के बीजों (magaz seeds) में 40-50 प्रतिशत तेल पाया जाता है। खरबूज का उपयोग सलाद के रूप में होता है। कच्चे फलों का उपयोग ग्रामीण क्षे़त्रों में सब्जी के रूप में भी किया जाता है। यहां खरबूजा से होने वाले सभी फायदे के बारे को बहुत ही आसान शब्दों (muskmelon benefits in hindi) में लिखा गया है ताकि आप खरबूजा से पूरा-पूरा लाभ ले पाएं।
अनेक भाषाओं में खरबूजा के नाम (Name of Musk Melon in Different Languages)
खरबूज का लैटिन भाषा में नाम कुकुमिस मेलो (Cucumis melo Linn.) है। इसे Syn-Cucumis acidus Jacq. के नाम से भी जाना जाता है। यह कुकुरबिटेसी कुल (Cucurbitaceae) का पौधा है। इसके अन्य नाम ये हैंः-
Musk Melon in –
- Hindi (muskmelon in hindi) – खरबूज, खरबूजा, खर्बूजा, चिबुड
- Sanskrit – दशाङ्गुल, खर्बूजम्, मधुपाक, मधुफल षड्भुजा
- English (chibud fruit)- मेलन (Melon), मश मेलन (Mush melon), राक मेलन (Rock melon), मस्क मेलन (Musk melon)
- Urdu – खरबुजाह (Kharbujah)
- Kannada – षड़भुजा (Shadbhuja), कूडेमकयी (Kudemkayi)
- Gujarati – शकरातेती (Shakarateti), चीबडू (Chibdu)
- Telugu – खरबूज (Kharbuj), खरबुजादोसा (Kharbujadosa), पेड्डाकायी (Peddakai)
- Tamil – वेल्लरीकाई (Vellarikkai), काकरीक्कायी (Kakarikkai)
- Bengali – खरमुज (Kharmuj), फूटी (Phuti)
- Nepali – खर्बुर्जा (Kharburja)
- Marathi – खरबूजा (Kharbuja), चिबुण्डा (Chibunda)
- Arabic – बत्तीघ (Battigh), दम्मीरी (Dummeiri), काऊन (Kauun)
- Persian – खरबुजह (Kharbuzeh)
खरबूजा के फायदे और उपयोग (Medicinal Benefits and Uses of Musk Melon in Hindi)
वजन कम करने में भी खरबूजा काफी फायदेमंद (benefits of muskmelon) होता है, क्योंकि इसमें शुगर और कैलोरी की मात्रा ज्यादा नहीं होती है। आप खरबूज का प्रयोग कर कई बीमारियों को ठीक कर सकते हैं। आइए जानते हैंः-
सिर दर्द में खरबूजे के फायदे (Kharbuja Benefits to Get Relief from Headache in Hindi)
खरबूजे की बीज (magaz seeds) को घी में भून लें। इसे मिश्री की चासनी में डालकर सेवन करें। इससे सिरदर्द में बहुत आराम मिलता है। आप इसमें इच्छानुसार मावा डालकर लड्डू भी बना सकते हैं।
गले की जलन में खरबूजे के बीज के फायदे (Benefits of Kharbuja seed to treat Throat Irritation in Hindi)
खरबूजे के बीजों का काढ़ा बनाकर गरारा करें। इससे गले की जलन में बहुत आराम मिलता है। बेहतर परिणाम के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें।
चेहरे की झाई से राहत दिलाने में खरबूजे के बीज के फायदे (Kharbuja Benefits to Cure Pigmentation in Hindi)
खरबूजे (muskmelon fruit) के बीजों तथा फल के छिलकों को पीस लें। इसे चेहरे पर लगाने से चेहरे के दाग, झाई आदि मिट जाते हैं। यह प्रयोग चेहरे को कोमल भी बनाता है, और चेहरे पर चमक लाता है।
सीने की जलन में खरबूजे के बीज के फायदे (Benefits of Kharbuja in Chest Burn in Hindi)
खरबूज के बीज (2 ग्राम) तथा खीरा के बीज (2 ग्राम) को मिलाकर पीस लें। इसमें आधा ग्राम काली मिर्च तथा 5 ग्राम मिश्री मिलाकर घोटकर छान लें। इसे पिलाने से सीने की जलन में आराम मिलता है।
पेट की गैस में खरबूजा के फायदे (Kharbuja Benefits for Gastritis in Hindi)
छोटे बच्चों को बराबर पेट फूलने की समस्या हो जाती है। पेट फूलने के कारण पेट में दर्द भी होने लगता है। बच्चा बहुत रोता है, और कई बार माता समझ नहीं पाती कि बच्चे को क्या परेशानी है। ऐसी हालत में खरबूजे के बीज को पीस लें। इसे गुनगुना करके बच्चों के पेट पर लेप करने से पेट की गैस निकल जाती है, और दर्द में आराम मिलता है।
खरबूजा के औषधीय गुण से दस्त पर रोक (Benefits of Kharbuja Fruits to Stop Dysentery in Hindi)
दस्त की शुरुआती अवस्था में जब आँव, कफ तथा दुर्गन्धयुक्त मल बार-बार हो रहा हो तो खरबूज (muskmelon fruit) के गूदे में सोंठ, काली मिर्च तथा जीरा चूर्ण और ऊपर से सेंधा नमक डालकर खाएं। इससे आँव का पाचन होता है और मल से दुर्गन्ध आने की समस्या खत्म होती है।गैस निकलना बन्द होता है।
मूत्र रोग (पेशाब से संबंधित रोग) में खरबूजा से लाभ (Benefits of Kharbuja Fruits for Urinal Problems in Hindi)
- पेशाब संबंधित समस्याओं में खरबूजे के फल का सेवन करना चाहिए। इससे मूत्र संबंधित सभी समस्याएं खत्म होती हैं।
- खरबूजे के बीज में मिश्री तथा काली मिर्च मिलाकर खिलाने से पेशाब की वृद्धि होती है, तथा मूत्र विकार खत्म होते हैं।
- खरबूजे के बीज को पीसकर, दूध में मिला लें। इसे पीने से पेशाब की जलन की समस्या ठीक होती है।
- खरबूज के 5-10 ग्राम बीज चूर्ण में बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर खाने से पेशाब करते समय होने वाला दर्द दूर होता है।
किडनी विकार (गुर्दे का दर्द) में खरबूजा से लाभ (Kharbuja Fruit Uses for Kidney Pain in Hindi)
- खरबूज (kharbooja) में पथरी को गलाने की शक्ति होती है। खरबूज के 5-10 ग्राम बीजों को पीसकर पानी में मिलाकर सेवन करें। इससे गुर्दे के दर्द से आराम मिलता है।
- इससे पथरी भी गलकर शरीर से बाहर निकल जाती है।
- खरबूजा गूर्दे की सफाई (muskmelon benefits) भी करता है।
सिफलिस (उपदंश) में खरबूजा से लाभ (Musk Melon Benefits in Syphilis Disease in Hindi)
उपदंश (सिफलिस) एक यौन रोग है। इसके लिए 5 ग्राम खरबूजे के बीजों को पानी में पीस लें। इसमें 15-20 बूंद चन्दन का तेल मिला लें। इसका सेवन करने से सिफलिस (उपदंश) में लाभ होता है।
शारीरिक कमजोरी में खरबूजा के सेवन से लाभ (Benefits of Musk Melon to Treat Body Weakness in Hindi)
- खरबूजे (muskmelon fruit) के बीज का रोजाना सेवन करें। इससे शरीर स्वस्थ होता है।
- इससे शारीरिक कमजोरी दूर होती है।
- प्रोटीन की अधिकता के कारण यह हड्डियों, बालों और नाखूनों के लिए भी फायदेमंद होता है।
लू लगने पर खरबूजा से फायदा (Benefits of Musk Melon for Sunstroke in Hindi)
गर्मियों में अक्सर लू लगने की समस्या होती है। लू लगने पर खरबूज के बीजों को पीसकर सिर परऔर पूरे शरीर पर लगाएँ। इससे लू के कारण होने वाली जलन, दर्द तथा बुखार आदि समस्याएं ठीक (muskmelon benefits) होती हैं। इससे शरीर में ठंडक मिलती है।
एसिडिटी की समस्या में खरबूजे के सेवन से फायदा (Benefits of Musk Melon to Get Relief from Acidity in Hindi)
खरबूजे के छोटे-छोटे टुकड़ों में देसी खाण्ड मिलाकर शरबत (Musk Melon Juice) बना लें। इसका नियमित सेवन करें। इससे शरीर में बढ़े हुए पित्त का प्रभाव घट जाता है। इससे पित्त के कारण होने वाले रोगों से आराम मिलता है। इससे एसिडिटीज (benefits of muskmelon) ठीक होती है।
कैंसर के इलाज में फायदेमंद खरबूजा (Musk Melon Beneficial to Treat Cancer in Hindi)
एक रिसर्च के अनुसार खरबूजे में एंटी कैंसरकारी गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
तनाव से मुक्ति पाने में लाभकारी खरबूजा (Benefit of Musk Melon to Treat Stress in Hindi)
तनाव का मुख्य कारण वात दोष का बढ़ना माना जाता है। खरबूजे में वात शामक गुण पाया जाता है जिसके कारण यह तनाव को कम करने में भी मदद करता है।
आँखों के लिए खरबूजा फायदेमंद (Musk Melon Beneficial for Eye Disease in Hindi)
अगर आपको आँखों से संबधी कोई समस्या है तो खरबूजा का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि खरबूजा आँखों के लिए हितकर माना गया है।
अनिद्रा के उपचार में फायदेमंद खरबूजा (Benefit of Musk Melon for Insomnia in Hindi)
वात के अधिक बढ़ जाने के कारण नसों में विकार उत्पन्न होता है, जिससे अनिद्रा की स्थिति उत्पन्न होती है। खरबूजे में वात शामक गुण होने के कारण अनिद्रा को दूर करने में मदद करता है।
खरबूजा के औषधीय गुण से त्वचा रोग (सोरायसिस) का इलाज (Benefits of Musk Melon for Skin Disease (Psoriasis) in Hindi)
त्वचा पर होने वाले सोरायसिस रोग को हिन्दी में विचर्चिका या अपरस रोग भी कहते हैं। यह एक बहुत ही कष्टदायक रोग है। इस रोग में पूरे शरीर में कहीं भी खुजली हो जाती है। यह रोग स्त्री या पुरुष किसी को भी, किसी भी आयु में हो सकता है। सोरायसिस होने पर खरबूजे के फलों को पीसकर लगाने से लाभ (muskmelon benefits) होता है।
खरबूजा के उपयोगी भाग (Useful Parts of Kharbuja or Musk Melon)
आप औषधि के रूप में खरबूज के इन भाग का उपयोग कर सकते हैंः-
- फल (muskmelon fruit)
- बीज (magaz seeds)
- जड़
खरबूजा का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Musk Melon?)
- खरबूजा (kharbooja) के 5-10 ग्राम बीज के चूर्ण इस्तेमाल में लाना चाहिए।
- यहां खरबूजा से होने वाले सभी फायदे के बारे को बहुत ही आसान शब्दों (muskmelon in hindi) में लिखा गया है ताकि आप खरबूजा से पूरा-पूरा लाभ ले पाएं, लेकिन औषधि के रूप में खरबूजा का प्रयोग करने के लिए चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
खरबूजा के सेवन से जुड़ी सावधानियां और नुकसान (Precaution and Side Effects of Kharbuja Fruits in Hindi)
खरबूजे (muskmelon) के सेवन से ये नुकसान भी हो सकते हैंः-
- खरबूजा को खाने से पहले थोड़ी देर ठंढे पानी में डाल दें।
- भोजन के कुछ देर बाद ही खरबूजा का सेवन करना ठीक होता है।
- खरबूजा को खाली पेट या भोजन के पहले खाने से शरीर में पित्त-दोष यानी एसिडिटी होने की की संभावना बढ़ जाती है। किसी-किसी को पित्त दोष के कारण होने वाला बुखार भी हो जाता है।
- खरबूजा (kharbooja) बहुत ही ठण्डा और सुगन्धित होता है, इसलिए जिनको बहुत ज्यादा जुकाम तथा खाँसी होती हो, या जिनकी पाचन क्रिया कमजोर हो, उन्हें खरबूजा नहीं खाना चाहिए।
- खरबूजा खाने के बाद पानी और दूध का सेवन नुकसान पहुंचाता है।
- खरबूजा खाने के तुरंत बाद पानी पीने से हैजा होने की आशंका रहती है।
- इसे उचित मात्रा में खाने के बाद एक गिलास शक्कर का शर्बत पीना पाचन के लिए विशेष उपयोगी है।
खरबूजा कहाँ पाया या उगाया जाता है? (Where is Kharbuja Fruits Found or Grown in Hindi?)
भारत में नदियों के किनारे तथा उष्ण व शुष्क प्रदेशों में खरबूजा (muskmelon fruit) की खेती की जाती है। खरबूज की खेती के लिए काली रेतीली जमीन ज्यादा अनुकूल होती है। खेत में क्यारी बनाकर खरबूजे का बीज लगाया जाता है। इसकी बेल जमीन में ही फैलती है। बिहार,उत्तर प्रदेश,पंजाब,राजस्थान और मध्यप्रदेश में खरबूजे की खेती होती है।
टिप्पणियाँ