जुफा; Gujrati-गुलजफा (Guljuffa)Urdu-जूफा (Juffa), जूफा खुश्क (Zufah khusk); English-योसोप (Ysop), एजौब (Azob); Arbi-जूफाहेबिस(Juffahebis), जूफाहरितिह (Juffahrithih);

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Jufa: जूफा के हैं बहुत चमत्कारिक लाभ- (knowledge)

Tikeshwar Rajnire 🙏


जूफा का परिचय (Introduction of Jufa)

जूफा असल में बाग-बगीचों में उगने वाला झाड़ीनूमा पौधा होता है। इसके बारे में अजीब बात यह होता है कि यह भीनी-भीनी खुशबू वाला पौधा स्वाद में कड़वा होता है। आम तौर पर इसका इस्तेमाल खाने में ज़ायका लाने के लिए या ब्रेवरेज में या आयुर्वेद चिकित्सा में किया जाता है। चलिये जूफा के अनजाने औषधीय गुणों और फायदों के बारे में आगे विस्तार से जानते हैं।

 

जूफा क्या है? (What is Jufa in Hindi?)

जूफा पौधा को पवित्र स्थानों या पूजा स्थलों पर लगाया जाता है। यह 30-60 सेमी ऊँचा, सुगन्धित, भूमि पर फैलने वाला बहुवर्षायु झाड़ी होता है। इसका तना आधे भाग में शाखित, काष्ठीय, शाखाएँ सीधी अथवा विसरित होती है। इसके पत्ते को सरल, रेखाकार-दीर्घायत अथवा भालाकार होते हैं। इसके फूल में नीले रंग की आभा से युक्त छोटे तथा सुगन्धित होते हैं।इसके फल गहरे भूरे रंग के एवं त्रिकोणाकार होते हैं। इसका पुष्पकाल एवं फलकाल अक्टूबर से फरवरी तक होता है।

 

अन्य भाषाओं में जूफा के नाम (Names of Jufa in Different Languages)

जूफा का वानास्पतिक नाम Hyssopus officinalis Linn. (हाइस्सॉपस् आफिसिनेलिस) Syn-Thymus hyssopus E.H.L Krause होता है। इसका कुल  Lamiaceae (लेमिएसी) होता है और इसको अंग्रेजी में Hyssop (हाइसोप) कहते हैं। चलिये अब जानते हैं कि जूफा और किन-किन नामों से जाना जाता है। 

Hindi-जुफा; 

Gujrati-गुलजफा (Guljuffa)

Urdu-जूफा (Juffa), जूफा खुश्क (Zufah khusk); 

English-योसोप (Ysop), एजौब (Azob); 

Arbi-जूफाहेबिस(Juffahebis), जूफाहरितिह (Juffahrithih); 

Persian-जूफा (Juffa),जूफाहिखुश्का (Jufahikhuskka),जूफाहेतार (Jufahetar) ।

 

जूफा का औषधीय गुण (Medicinal Properties of Jufa in Hindi)

जूफा के फायदों के बारे में जानने से पहले जूफा के औषधीय गुणों के बारे में जानना ज़रूरी होता है। जूफा कड़वा, तीखा, गर्म, कफवात से आराम दिलाने वाला तथा पित्तसारक (Antibilious) होती है। यह सूजन कम करने वाला, लेखन (Scrapping) तथा कृमिनाशक होता है।

इसका पौधा कृमिघ्न, कफ को कम करने वाला, वातानुलोमक (Carminative), विष का असर कम करने वाला, आर्तवजनन या मासिक धर्म संबंधी समस्या, मूत्रल एवं उत्तेजक होता है।

इसके पत्ते आमाशय को सक्रिय रखने में सहायक, आर्तवजनन एवं वातानुलोमक होते हैं।

वाष्पशील तेल में सूक्ष्मजीवाणुनाशक तथा कृमिघ्न प्रभाव वाला होता है।

जूफा के फायदे और उपयोग (Uses and Benefits of Jufa in Hindi) 

जूफा के औषधीय गुणों के बारे में तो आपने जान लिया लेकिन यह किन-किन बीमारियों के लिए किस तरह इस्तेमाल किया जाता है, चलिये इसके बारे में जानते हैं-

दांत के दर्द से दिलाये आराम जूफा (Benefit of Jufa to Treat Toothache in Hindi)

tooth ache

दांत दर्द होने पर जूफा के पत्ते का काढ़ा बनाकर, गरारा करने से दर्दनिवारक जैसा काम करता है।

अक्षिव्रण के इलाज में फायदेमंद जूफा (Jufa Beneficial to Treat Opthalmic Ulcer in Hindi)

जूफा के औषधीय गुणों के कारण आँख में जो घाव जैसा होता है उसको जल्दी सूखने में मदद मिलती है। जूफा के पत्तों को पीसकर आंख में लगाने से अक्षिव्रण को ठीक होने में मदद मिलती है।

 

गले में दर्द से राहत दिलाने में सहायक जूफा (Jufa Beneficial to Get Relief from Sore Throat in Hindi)

मौसम के बदलने के कारण गले के दर्द से हमेशा परेशान रहते हैं तो जूफा के पत्तों का काढ़ा बनाकर गरारा करने से गले के दर्द से आराम पाने में मदद मिलती है। 

 

खांसी की परेशानी को कम करने में मददगार जूफा (Jufa Beneficial in Cough in Hindi)

Cough home remedies

अगर तरह-तरह के इलाज करने के बावजूद भी खांसी कम होने का नाम नहीं ले रहा है तो छोटी केसर, पिस्ता के फूल, दालचीनी, वसा, सोंठ, पुष्करमूल, कुलिञ्जन तथा जूफा के काढ़े (20-30 मिली) में खदिर सार मिलाकर पीने से खांसी में शीघ्र लाभ होता है।

जूफा के सूक्ष्म पेस्ट (2-4 ग्राम) को शक्कर की चासनी में मिलाकर सेवन करने से खांसी ठीक होने लगता है।

 

सांस लेने के तकलीफ को कम करने में सहायक जूफा (Benefit of Jufa to Get Relief from Breathing Problem in Hindi)

जूफा के फूलों का काढ़ा बनाकर 10-30 मिली मात्रा में सेवन करने से सांस लेने में तकलीफ तथा हल्का श्वसनिका में सूजन होने पर उसके परेशानी को कम करने में मदद करता है।

 

यकृत्प्लीहा के रोगों से निदान दिलाने में मददगार जूफा (Benefit of Jufa in Liver and Spleen related Diseases in Hindi)

जूफा का काढ़ा बनाकर 10-30 मिली मात्रा में पीने से यकृत् तथा प्लीहा संबंधी बीमारियों के इलाज में मदद मिलती है।


 

घृष्टव्रण यानि लंबे समय से घाव ठीक न होने पर जूफा से इलाज फायदेमंद (Jufa Beneficial to Treat Chronic Ulcer in Hindi)

 

कभी-कभी लंबे समय तक घाव सूखने का नाम नहीं लेता है तो जूफा के पत्तों को पीसकर लेप करने से घृष्ट व्रण को सूखने में मदद मिलती है।

पेट संबंधी समस्याओं के इलाज में लाभकारी जूफा (Jufa Beneficial to Treat Stomach Related Diseases in Hindi)

stomach problem

जूफा का औषधीय गुण पेट संबंधी विभिन्न समस्याओं से निदान दिलाने में मददगार होता है। जूफा के पत्ते से बने मिष्ठोदक में मधु मिलाकर सेवन करने से पेट के कृमियों(गोलकृमि) को मारकर उसके कष्ट से आराम पाने में मदद मिलती है। जूफा के पत्तों का काढ़ा बनाकर 10-30 मिली मात्रा में पीने से पेट दर्द से आराम मिलता है।

तंत्रिका विकार के इलाज में लाभकारी जूफा (Jufa Beneficial to Treat Nervous System Related Disease in Hindi)

जूफा का फाण्ट बनाकर 15-30 मिली मात्रा में सेवन करने से तंत्रिका संबंधी समस्याओं के इलाज में मदद मिलती है।


 

योषापस्मार से राहत दिलाने में मददगार जूफा (Jufa Beneficial to Treat Hysteria in Hindi)

जूफा के पत्रों का काढ़ा बनाकर 10-30 मिली मात्रा में पीने से योषापस्मार के कष्ट से निजात मिलने में मदद मिलती है।


जूफा का उपयोगी भाग (Useful Parts of Jufa)

आयुर्वेद के अनुसार जूफा का औषधीय गुण इसके इन भागों को प्रयोग करने पर सबसे ज्यादा मिलता है-

-पञ्चाङ्ग

-पत्ता

-फूल-मुण्डक और 

-तेल।

जूफा का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए (How to Use Jufa in Hindi)

यदि आप किसी ख़ास बीमारी के घरेलू इलाज के लिए जूफा का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही इसका उपयोग करें। चिकित्सक के सलाह के अनुसार 10-12 मिली रस और, 2-4 बूंद तेल ले सकते हैं।

जूफा सेवन के साइड इफेक्ट (Side Effect of Jufa)

जूफा पौधे से प्राप्त, वाष्पशील तेल की 10-30 बूंदों का प्रयोग कई दिनों तक करने से अधिकतर वयस्कों के शरीर में ऐंठन उत्पन्न होने लगता है। इसका प्रयोग गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।

जूफा कहां पाया या उगाया जाता है (Where is Jufa Found or Grown in Hindi)

यह भारत में कश्मीर से उत्तराखण्ड तक 2500-3500 मी की ऊँचाई तक पाया जाता है। ग्रीक भाषा में हाइस्सॉपस् या एजौब का अर्थ है पवित्र पौधा होता है। इस पौधे को पवित्र स्थानों या पूजा स्थलों पर लगाया जाता है।


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