English (Badi Elaichi In English) – इण्डियन कार्डेमम (Indian cardamom), ब्लैक कार्डेमम (Black cardamom), बेंगाल कार्डेमम (Bengal cardamom), Nepal or Greater cardamom (नेपाल अथवा ग्रेटर कार्डेमम)Tamil (Black Cardamom In Tamil) – पेरेलम (Perelam), पेरियायेलम (Periyayelam)Hindi (Black Cardamom In Hindi) – बड़ी इलायची, पूर्वी इलायची, लाल इलायचीSanskrit – स्थूला, बहुला, पृथ्वीका, त्रिपुटा, भद्रैला, बृहदेला, चन्द्रबाला, दिव्यगंधा, निष्कुटि, स्थूलैलाUrdu – इलायची कलान (Ilayachi kallan)Oriya – बड़ा एलका (Bada elaka)Kannada – डोड्डाऐलक्की (Doddayelaki)Gujarati – एलचा (Elcha), मोटी इलायची (Moti elachi), एलचो (Elcho)
Black Cardamom: बहुत गुणकारी है बड़ी इलाइची – Tikeshwar rajnire (knowledge)
बड़ी इलायची (Badi Elaichi) के फल, सुगंध और काले रंग के बीजों से भला कौन अपरिचित हो सकता है। भारतीय रसोई में यह इस तरह से रची बसी है कि इसका प्रयोग मसालों से लेकर मिठाइयों तक में किया जाता है। इसके बीजों का प्रयोग मसालों के रूप में किया जाता है। आमतौर पर लोग केवल इतना ही जानते हैं कि बड़ी इलायची का इस्तेमाल मसाले में होता है और बड़ी इलायची का सेवन व्यंजन को स्वादिष्ट बनाता है, लेकिन सच यह है कि बड़ी इलायची का औषधीय प्रयोग भी किया जाता है। इसे काली इलायची (Black Elaichi) के नाम से भी जाना जाता है।
आुयर्वेद के अनुसार, बड़ी इलायची पित्त शांत करने वाली, नींद लाने वाली, भोजन में रूचि पैदा करने काम करती है। यह हृदय एवं लीवर को स्वस्थ बनाती है। बड़ी इलायची भूख बढ़ाती है, भोजन को पचाती है, मुँह के बदबू को दूर करती है। यह पेट की गैस को खत्म करती है, उल्टी बंद करती है, घावों को भरती है। इसके प्रयोग से पेशाब खुल कर आता है, बुखार उतर जाता है।
]
बड़ी इलायची क्या है (What is Badi Elaichi?)
इसकी एक प्रजाति मोरंग इलायची भी होती है। आयुर्वेद के अनुसार, बड़ी इलायची की तासीर यानी उसका वीर्य उष्ण यानी गरम होता है। बड़ी इलायची की मुख्य प्रजाति के अतिरिक्त एक और प्रजाति पाई जाती है जिसका प्रयोग चिकित्सा के लिए किया जाता है –
- Amomum subulatum (बड़ी इलायची)
- Amomum aromaticum Roxb. (एलाकर्पूर)
अनेक भाषाओं में बड़ी इलायची के नाम (Name of Badi Elaichi in Different Languages)
बड़ी इलायची का लैटिन नाम एमोमम् सुब्युलेटम (Syn-Cardamomum subulatum (Roxb.) Kuntz., Amomum subulatum Roxb.) है। यह जिंजिबेरेसी (Zingiberaceae) कुल का है। इसके देश और विदेश में अन्य ये नाम भी हैंः-
Badi Elaichi in –
- English (Badi Elaichi In English) – इण्डियन कार्डेमम (Indian cardamom), ब्लैक कार्डेमम (Black cardamom), बेंगाल कार्डेमम (Bengal cardamom), Nepal or Greater cardamom (नेपाल अथवा ग्रेटर कार्डेमम)
- Tamil (Black Cardamom In Tamil) – पेरेलम (Perelam), पेरियायेलम (Periyayelam)
- Hindi (Black Cardamom In Hindi) – बड़ी इलायची, पूर्वी इलायची, लाल इलायची
- Sanskrit – स्थूला, बहुला, पृथ्वीका, त्रिपुटा, भद्रैला, बृहदेला, चन्द्रबाला, दिव्यगंधा, निष्कुटि, स्थूलैला
- Urdu – इलायची कलान (Ilayachi kallan)
- Oriya – बड़ा एलका (Bada elaka)
- Kannada – डोड्डाऐलक्की (Doddayelaki)
- Gujarati – एलचा (Elcha), मोटी इलायची (Moti elachi), एलचो (Elcho)
- Telugu – पेडडायेलाकी (Peddayelaki), अडावी एलक्के (Adavi elakkay)
- Bengali – बड़ो एलाची (Baro elachi)
- Nepali – अलैचि (Alaichi)
- Marathi – मोटे वेलदोड़े (Moteveldode)
- Malayalam – पेरेलम (Perelam), पेरिया एलाट्टारी (Periya-elattari)
- Arabic – क्याक्यीहाहेकीबार (Qaqihahekibar), हेलजाकर (Helzakar)
- Persian – हेलकलान (Hailkallan), क्याकील्हे-कलान (Qakilahe-kalan)
बड़ी इलायची के फायदे (Badi Elaichi Benefits and Uses)
बड़ी इलायची के औषधीय प्रयोग, प्रयोग के तरीके और विधियां ये हैंः-
सिरदर्द से राहत दिलाती है बड़ी इलायची (Benefits of Badi Elaichi for Headache Relief in Hindi)
बड़ी इलायची को पीसकर ललाट पर लेप करने से एवं बीजों को पीसकर सूंघने से सिरदर्द ठीक होता है।
बड़ी इलायची के प्रयोग से मुँह के छाले का इलाज (Badi Elaichi Benefits to Cure Mouth Ulcers in Hindi)
बड़ी इलायची को पीसकर शहद में मिलाकर मुँह के छालों पर लगाने से मुंह के छाले ठीक होते हैं।
दांत दर्द में फायदेमंद बड़ी इलायची का सेवन (Uses of Badi Elaichi in Dental Pain in Hindi)
बड़ी इलायची और लौंग तेल को बराबर-बराबर मात्रा में लेें। इसे दांतों पर मलने से दांत का दर्द ठीक होता है।
4-5 बड़ी इलायची के फल को 400 मिली पानी में उबाल लें। इस काढ़ा से कुल्ला करने से दांत दर्द ठीक होता है।
2-3 बड़ी इलायची के छिलकों को पीसकर खाने से दांत की बीमारियों तथा मुँह के सूजन में लाभ होता है।
बीज के काढ़े का कुल्ला एवं गरारा करने से दांत और मसूड़ों की तकलीफ ठीक होती है।
मुंह के रोग में बड़ी इलायची से लाभ (Badi Elaichi Uses to Cure Oral Disease in Hindi)
यदि मुँह में अधिक थूक आता हो या लार बहती हो तो बड़ी इलायची और सुपारी को बराबर-बराबर पीसकर मिला लें। इसे 1-2 ग्राम मात्रा में लेकर चूसते रहने से थूक कम बनता है और लार का बहना बंद हो जाता है।
सांसों की बीमारी में बड़ी इलायची से फायदा (Badi Elaichi Treats Respiratory Problems in Hindi)
5-10 बूंद बड़ी इलायची तेल में मिश्री मिलाकर नियमित सेवन करने से सांसों के रोग में लाभ होता है।
हिचकी को बंद करने के लिए करें बड़ी इलायची का सेवन (Badi Elaichi Beneficial in Hiccup in Hindi)
एक कप पानी में दो बड़ी इलायची पीसकर उबालें। आधा बच जाने पर छानकर ठंडा होने दें। इसे पिलाने से हिचकी में तुरंत लाभ होता है।
पाचनशक्ति बढ़ाने के लिए बड़ी इलायची का सेवन फायदेमंद (Badi Elaichi Helps in Indigestion Problem in Hindi)
दो ग्राम सौंफ के साथ बड़ी इलायची के 8-10 बीजों का सेवन करने से पाचन-शक्ति बढ़ती है।
अधिक केले खाने पर यदि अजीर्ण हो जाए तो 1-2 बड़ी इलायची खाने से पाचन ठीक हो जाता है।
बड़ी इलायची बीज के चूर्ण और सोंठ के चूर्ण को समान मात्रा में मिला लें। इसे 5 ग्राम मात्रा में सेवन करने से पाचन शक्ति बढ़ती है।
एक ग्राम बड़ी इलायची बीज चूर्ण में 4 ग्राम मिश्री मिलाकर 1 ग्राम सुबह और शाम सेवन करने से गर्भवती स्त्री को भूख ना लगने की परेशानी में लाभ होता है।
बड़ी इलायची के इस्तेमाल से पेट के रोग का इलाज (Badi Elaichi Benefits to Cure Abdominal Disease in Hindi)
बड़ी इलायची के 5 ग्राम बीज चूर्ण को काले नमक के साथ सेवन करने से पेट दर्द और पेट की गैस में लाभ होता है।
0.5-1 ग्राम बड़ी एला चूर्ण को 15-25 मिली कांजी के सेवन करने से पेशाब बंद होने से होने वाले गैस में लाभ होता है।
5 ग्राम बड़ी इलायची चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर खाने से पेट दर्द में लाभ होता है।
1-2 बड़ी इलायची के चूर्ण को दिन में तीन बार नियमित सेवन करने से पेट के दर्द में आराम होता है।
उल्टी को रोकने के लिए करें बड़ी इलायची का प्रयोग (Badi Elaichi Help to Stop Vomiting in Hindi)
बड़ी इलायची और पुदीना को बराबर-बराबर मिला लें। इसे 2-3 लीटर पानी में उबालकर थोड़ा-थोड़ा सेवन करने से उल्टी बंद होती है। (
5 ग्राम बड़ी इलायची के बीज चूर्ण का सेवन करने से उल्टी रुकती है।
बड़ी इलायची के उपयोग से पेचिश का उपचार (Badi Elaichi Beneficial in Dysentry in Hindi)
एक ग्राम बड़ी इलायची बीज चूर्ण को 10 ग्राम बेलगिरी के साथ मिलाकर सुबह और शाम सेवन करने से पेचिश में लाभ होता है।
हैजा में लाभदायक बड़ी इलायची (Badi Elaichi Benefits in Cholera Treatment in Hindi)
5-10 बूंद बड़ी इलायची के अर्क का सेवन करने से हैजा और पेचिश में लाभ होता है।
लीवर विकार में बड़ी इलायची के फायदे (Uses of Badi Elaichi for Liver Disorder in Hindi)
पिसी हुई राई के साथ बड़ी इलायची चूर्ण मिला लें। इसे 2-3 ग्राम की मात्रा में नियमित सेवन करने से लीवर की समस्या में लाभ होता है।
1-2 ग्राम बड़ी इलायची चूर्ण का नियमित सेवन करने से लीवर विकार ठीक होते हैं।
मूत्र रोग में फायदेमंद बड़ी इलायची (Badi Elaichi Uses in Cure Urinary Problem in Hindi)
बड़ी इलायची के बीज के चूर्ण में समान भाग मिश्री मिला लें। इसे 2-3 ग्राम की मात्रा में रोज सुबह और शाम सेवन करने से पेशाब खुल कर आने लगता है।
10 नग छिलकों सहित बड़ी इलायची को लेकर मोटा-मोटा कूट कर 250 मि.ली. दूध और 250 मि.ली. जल के साथ पकाएं। आधा बचने पर छानकर उसमें थोड़ी मिश्री मिलाकर दिन में चार बार पिलाएं। इससे पेशाब की जलन व पेशाब ना आने की समस्या दूर होती है।
पथरी के इलाज में बड़ी इलायची के फायदे (Benefits of Badi Elaichi in kidney Stone Problem in Hindi)
बड़ी इलायची के बीज के चूर्ण में खरबूजों के बीज का मगज और मिश्री मिला लें। इसे 2-3 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से पथरी टूट-टूट कर निकल जाती है।
बड़ी इलायची से नपुंसकता का इलाज (Benefits of Badi Elaichi in Impotence Problem in Hindi)
बड़ी इलायची के बीज के चूर्ण, सफेद मूसली और मिश्री को मिलाकर 2-3 ग्राम की मात्रा में नियमित सुबह और शाम सेवन करने से नपुंसकता में लाभ होता है।
बड़ी इलायची के सेवन से स्वप्नदोष का इलाज (Uses of Badi Elaichi for Night Fall in Hindi)
आँवले के 20 मि.ली. रस में एक ग्राम बड़ी इलायची के दाने और इसबगोल बराबर मात्रा में मिला लें। इसे 1-1 चम्मच सुबह-शाम सेवन करें। इसे स्वप्नदोष में लाभ होता है।
कुष्ठ रोग के इलाज में बड़ी इलायची के फायदे (Benefits of Badi Elaichi in Leprosy Treatment in Hindi)
बड़ी इलायची, चित्रक मूल, कुंदरू, अडूसा की पत्ती, निशोथ, मदार की पत्ती लें। इनमें सोंठ मिलाकर सभी का चूर्ण बना लें और इसके साथ पलाश क्षार को गोमूत्र में घोल लें। आठ दिनों तक पलाश क्षार भिगो कर छाया में सुखाते रहें।
सभी का लेप बना लें। इस लेप को शरीर पर लगाकर तब तक धूप में बैठें, जब तक यह सूख न जाए। सूखने के बाद स्नान कर लें। इससे कुष्ठ रोग में लाभ होता है।
बड़ी इलायची, जायफल तथा नीले थोथे के चूर्ण को गाय के घी में पीसकर लेप लगाने से त्वचा का फोड़ा ठीक होता है।
बुखार उतारने के लिए करें बड़ी इलायची का सेवन (Badi Elaichi Beneficial in Fighting with Fever in Hindi)
बड़ी इलायची के बीज 2 भाग तथा बेल के जड़ की छाल एक भाग को मिलाकर मोटा-मोटा कूटकर चूर्ण बना लें। एक चम्मच चूर्ण को एक कप दूध और पानी में मिलाकर पकाएं। केवल दूध बच जाने पर 20 मि.ली. की मात्रा में सुबह, दोपहर तथा शाम सेवन करने से बुखार ठीक होता है।
कैंसर के इलाज में बड़ी इलायची का सेवन फायदेमंद (Badi Elaichi Beneficial to Treat Cancer in Hindi)
एक रिसर्च के अनुसार बड़ी इलाइची में एंटी कैंसर और इम्यूनोसप्परेसर यानि प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं। इसी वजह से यह कैंसर के लक्षणों को कम करने में भी सहायता करती है।
अल्सर से राहत पाने में बड़ी इलायची फायदेमंद (Badi Elaichi Beneficial for Ulcer Treatment in Hindi)
अल्सर की परेशानी पाचन के खराब होने के कारण होती है। बड़ी इलाइची में दीपन गुण होने के कारण यह आपके पाचन को स्वस्थ रखती है साथ ही मुखशोधन गुण होने के कारण मुँह के अंदर की सभी परेशानियों को दूर करने में मदद करती है और मुँह को अंदर से स्वच्छ रखती है।
त्वचा में निखार लाने में बड़ी इलायची फायदेमंद (Benefits of Badi Elaichi help to enhance Beauty in Hindi)
एक रिसर्च के अनुसार बड़ी इलायची में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट गुण के कारण यह त्वचा की झुर्रियों को दूर रखने एवं निखार में सहयोगी होती है।
उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में बड़ी इलायची फायदेमंद (Badi Elaichi Beneficial to Control High Blood Pressure in Hindi)
एक रिसर्च के अनुसार बड़ी इलायची एंटी ऑक्सीडेंट होने के कारण हाई ब्लड प्रेशर को काम करने में भी सहयोगी होती है।
बड़ी इलायची के सेवन की मात्रा (How Much to Consume Badi Elaichi?)
चूर्ण – 1-3 ग्राम
बड़ी इलायची के सेवन का तरीका (How to Use Badi Elaichi?)
औषधि के रूप में प्रयोग करने के लिए बड़ी इलायची का इस्तेमाल चिकित्सक के परामर्शानुसार करें।
बड़ी इलायची कहां पायी या उगाई जाती है (Where is Badi Elaichi Found or Grown in Hindi?)
यह पूर्वी हिमालय प्रदेश विशेषतः नेपाल, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम आदि में पायी जाती है।
टिप्पणियाँ